Details, Fiction and प्राचीन भारत का इतिहास
Details, Fiction and प्राचीन भारत का इतिहास
Blog Article
पर्यटन में सहायक वस्तुएँ • पर्यटन • पर्यटन स्थल • भारत में पर्यटन
पानीपत की पहली लड़ाई (बाबर द्वारा इब्राहिम लोदी की हार)
पुस्तक निम्नलिखित बिन्दुओं पर विस्तृत बात करती है
यह अरबी भाषा में लिपिबद्ध है। इससे मुहम्मद-बिन-कासिम से पहले तथा बाद के सिन्ध के इतिहास का ज्ञान होता है। इसका फारसी भाषा में भी अनुवाद किया गया है। इसके लेखक अली अहमद हैं। तहकिकात-ए-हिन्द (किताब-उल-हिन्द)[संपादित करें]
अखिल भारतीय महिला सम्मेलन की स्थापना मार्गरेट कजिन्स ने की थी
आरंभिक मध्यकाल में संस्कृत, हिंदी और कन्नड़ जैसी अनेक भारतीय भाषाओं में अनेक साहित्यिक ग्रंथों, संस्मरणों और आत्मकथाओं की रचना हुई, जिनसे मध्यकालीन भारतीय इतिहास के संबंध में महत्त्वपूर्ण जानकारी मिलती है।
भारत के राज्य और राज्यक्षेत्र क्रमबद्ध सूचियों में
टेम्पलेट कॉल में डुप्लिकेट तर्क का उपयोग करते हुए पन्ने
इसे बाबर की पुत्री तथा हुमायूं की बहन गुलबदन बेगम ने दो भागों में लिखा है। प्रथम भाग में बाबर की दशा द्वितीय में हुमायूं का इतिहास read more है। इस ग्रंथ से हुमायूं के शासनकाल के इतिहास की प्रामाणिक जानकारी मिलती है। मिसेज बैवरीज ने इस ग्रंथ का अंग्रेजी अनुवाद किया है। बैवरिज के अनुसार, ‘‘हिन्दुस्तान के मुगलकाल का जिन लोगों ने इतिहास लिखा है, उन्हें साधारणतः इस बात का ज्ञान नहीं कि गुलबदन बेगम ने भी किसी ग्रंथ की रचना की। इसका ज्ञान मिस्टर अर्सकिन को भी न रहा होगा, अन्यथा वह बाबर एवं हुमायूं के वंश का इतिहास अधिक शुद्ध रूप से लिखते।’’ रशब्रुक विलियम के अनुसार, ‘‘यह ग्रंथ पक्षपात से भरा हुआ है फिर भी, लेखिका ने इसमें अपने पिता की कुछ निजी स्मृतियां दी है।’’ इस ग्रंथ की एक प्रति ब्रिटिश म्युजियम में सुरक्षित है। तबकात-ए-अकबरी[संपादित करें]
तुलुव वंश की स्थापना कृष्णदेव राय ने की थी
मुगल साम्राज्य के तहत व्यापार का विकास
अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह(पोर्ट ब्लेयर)
एन. डी के अनुसार, ‘‘यद्यपि पुस्तक की शैली अत्यधिक कलात्मक और अलंकृत है, पर इसमें वर्णित सामान्य तथ्य साधारणतः सत्य है।’’ तबकात-ए-नासिरी[संपादित करें]
जजिया प्रणाली को औरंगजेब द्वारा फिर से शुरू किया गया था
Report this page